प्यार के दो शब्द
है दोस्तो
मै हू आप लोगो का अपना राईटर
मै आप लोगो के लिए यैसे ही प्यार भरी कहानी शायरी कविता लेकर आता रहुगाँ हो सके आपको अच्छा लगे तो याद जरूर करना अपने इस दोस्त को
प्यार कहने को तो सीफ्र ढाइ अक्षर का होता है पर इसका अहेमीयत हर कीसी के जीन्दगी मे कीतना जादा होता है या ये भी कह सकते है की मानव जीवन मे प्यार तो सुरु से लेकर अन्त तक का होता है जब एक मा बाप अपने छोटे से बेटे
को बडे लाल प्यार पालन कर उसे इस काबील बनाता है।की ओ अपने पैरो पर खडा हो सके ये प्यार एक मा बाप के लिए अपने बेटे का शादी तक का ।फीर वही प्यार एक पत्नी अपने पती से मरते दम तक का प्यार एक दुसरे के साथ ही
नीभाता है फीर एक बेटे का प्यार अपने माँ के लिए उस समय माँ अपने अन्तिम अवस्था मे होती है उस समय का प्यार येसा चलते-चलते प्यार जन्म से लेकर मृत्यु तक का रहता है। इस जीन्दगी मे प्यार शब्द बहुत अनमोल होता है अगर कीसी को कीसी लडकी से प्यार हो जाये न तो पुरी दुनीया से लड जाता है क्यो। ये सभी जानते है न। की प्यार अन्धा होता है ये मै नही कहता पर जमाना तो कहता है अपने प्यार को पाने के लिए अपने ही माँ बाप को ठुकरा देते है पर येसा करना भी तो गलत है लेकीन क्या करे प्यार भी तो करते है उस लडकी से और मा बाप यैसा करने नही देगे माँ बाप को तो समाज के पडी है हा फिर भी एक बार तो पुछ लेना चाहिए न अपने माँ बाप से क्योंकी एक माँ बाप को भी अपने बेटे से प्यार होता है भले ही माँ गुस्से से बात करे पर माँ तो मा ही होता है ये कैसा प्यार होता है जीन्दगी का कभी कभी प्यार न मीलने पर अपने जीन्दगी तक को कुरबान कर देता है कोई तो अपने प्यार के मर जाने पर अपना पुरा जीन्दगी उसकी यादो और उसकी साथ बिताये हुए पलो मे ही अपने बचा हुआ पुरा जीन्दगी काट देता है प्यार मे सुख भी मीलता है और दुख दर्द भी मीलता है दर्द का अहेसास भी प्यार होता है अगर कीसी के प्रती दुख दर्द या चीन्ता करते हो तो ये क्या है एक प्यार ही तो है तभी तो आपको डर लगा रहता है की उसे कुछ न हो
मेरी जीन्दगी मे भी प्यार था एक पत्नी का प्यार हम दोनो भी बहुत खुश थे अपने जीन्दगी मे बहुत प्यार करता था
मै अपने पत्नी से और मेरी पत्नी भी मुझसे बहुत प्यार करती थी फीर एक दीन अचानक ऐसा हुआ की पुरा का पुरा जीन्दगी ही तबाह हो गया उस दीन मुझे छोडकर मेरी पत्नी भगवान के पास चला गया उस दीन को मै आज तक नही भुला हू और न तो अपने जीन्दगी मे कभी भुल पाऊंगा और आज तक मै मेरी पत्नी के ही याद मे जी रहा हु बहुत दर्द होता है अपने प्यार के जाने पर भले ही हम दुनीया के सामने खुल कर बात करते है पर मेरा हाल तो मै ही जान सकता हु । खैर ये तो मेरा छोटा सा कहानी है जीन्दगी का और मै इसमे प्यार के बारे मे भी कुच्छ शब्द लीखा हु
Writer
RD Thawait
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